एचएमटी (हिंदुस्तान मशीन टूल्स) घड़ियों को 70, 80 और 90 के दशक में स्टाइल और स्टेटस सिंबल माना जाता था। वह उस वक्त के सामज़ की कलाई में बंधी हुई दिखती थीं। घड़ी की सुंदरता और उपयोगिता इसी बात से सिद्ध हो जाति थी कि यह भारत के स्वदेशी उत्पादों या मेड इन इंडिया उत्पाद में से एक था जिससे पहनने वाला गर्व की अनुभूति महसूस करता था। एचएमटी घड़ी ने भावनाओं को प्रतिध्वनित किया और विकास की दिशा में भारत की यात्रा को बढ़ाया। जनता, पायलट, रजत जैसे एचएमटी के मॉडल इतने लोकप्रिय थे कि मांग को पूरा करना मुश्किल होता था। लेकिन वर्तमान में इस घड़ी का उत्पादन में 2016 से बंद है और जल्द ही आने वाली पीढ़ी की स्मृति से गायब हो जाएगी। बस यही वह मौक़ा है जब देश के प्रधानमंत्री के आवाहन पर वोकल फ़ोर लोकल‘ पर ज़ोर दिया जा रहा है। भारत के पास साज़ों समान पड़ा हुआ है बस ज़रूरत है कुछ एस्थेटिक्स और रीसर्च एंड डिवेलप्मेंट की और फ़िर से एक नए कलेवर में एचएमटी को लॉंच करने की। रोज़गार के कई आयाम खुलेंगे ऐसा मेरा विश्वास है।
https://youtu.be/o5tz8FpXy2A
---
Send in a voice message: https://anchor.fm/harish-benjwal/message