शरीर की अंदरूनी बीमारियों का पता लगाने के लिए आजकल लोग सिटी स्कैन, MRI मशीन और एक्स-रे का सहारा लेते है। इससे शरीर के अंदर की सभी रोगों के बारे में पता चल जाता है लेकिन बीमारियों का पता लगाने वाली यह मशीन भी खतरनाक हो सकती है। हाल ही में बेहद दर्दनाक हादसे में एमआरआई मशीन में फंसकर एक युवक की जान चली गई। आइए जानते है इस मशीन के बारे में कुछ ओर बातें।
क्या है MRI स्कैन?
MRI का मतलब मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग स्कैन है। 1970 के दशक में बनी यह मशीन रेफ्रिजरेटर के मैग्नेट से 200 गुना अधिक शक्तिशाली है। इसलिए इसमें किसी भी लापरवाही के कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है। यह मशीन रेडिएशन की बजाए मैग्नेटिक फील्ड पर काम करती है। इसलिए इसके पास किसी भी चुवंकीए धातु को ले जाना मना है।सावधानियां
MRI स्कैन करवाने से पहले मरीज 4 घंटे पहले ही कुछ खाने के लिए कहा जाता है। कभी-कभी अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है। अगर आप MRI स्कैन करवाने जा रहें है तो घड़ी, ज्वैलरी जैसे झुमके या नेकलेस, पियर्सिंग, नकली दांत, सुनने की मशीन और विग आदि उतार दें। क्योंकि यह मशीन मैग्नेटिक फील्ड पैदा करती है और किसी भी मेटल की इसके संपर्क में आना खतरनाक हो सकता है।
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