श्री रामचरित मानस भाग – 82 | विभीषण का श्री राम की शरण में आना |
सुन्दर कांड में हम सुनेंगे
किस तरह जामवंत जी हनुमान
जी को उनकी शक्तियों का स्मरण कराते हैं | हनुमान जी समुद्र लांघ कर लंका पहुंचते
हैं | विभीषण जी से मिलकर सीता जी से भेंट करते हैं | अक्षय कुमार का वध करते हैं
और मेघनाद द्वारा बंधकर रावन की सभा में पहुंचते हैं | रावन हनुमान जी की पंच में
आग लगाने की आज्ञा देता है और हनुमान जी विभेशन के घर के अलावा पूरी लंका जला कर ,
सीता जी से अनुमति ले कर किष्किन्धा लौट आते हैं | श्री राम को सीता जी की कुशल
बताते हैं और फिर सुग्रीव वानर सेना को लंका कुछ का आदेश देते हैं | रावण द्वारा
अपमानित हो कर विभीषन समुद्रतट पर श्री राम जी की शरण आते है और श्री राम जी उनका
राजतिलक कर देते हैं जिसके बाद विभीषण की सलाह पर श्री राम 3 दिन तक समुद्र से
मार्ग देने की विनती करते हैं परंती जब वह नहीं आता तो अग्नि बाण संधान करते हैं
जिसके बाद समुद्र प्रकट हो कर क्षमा मांगता है और नल – नील द्वारा समुद्र पर सेतु बनाने
का उपाय बता है |
आइये आप और हम मिल कर आरम्भ करते हैं श्री
रामचरितमानस का पाठ |
जय श्री राम |
Ashish P
Mishra facebook Id : https://www.facebook.com/filmmakerashishpmishra
Jai Shri
Ram |
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