

गोपिकायुगलगीत । गोपियों के द्वारा श्री कृष्ण के वन में गौचारण के लिए चले जाने पर भगवान के लीला का स्मरण और गायन करना।


01. रामराज्य का स्वरूप। श्री रामकिंकर उपाध्याय जी द्वारा रामकृष्ण मिशन आश्रम रायपुर में किया गया प्रवचन। पाठक स्वामी सइद्धइप्रदआनन्द महाराज, बेलूर मठ मुख्यालय रामकृष्ण मठ एवं मिशन


श्रीजगन्नाथाष्टकम्। Chanted by Swami S on vocation of Sri Jagannath Snan Yatra।


भगवान शंकराचार्य का अनुसरण करना चाहिए -विवेकानन्द


गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।


गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।


गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।


गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।


हनुमान बाहुक, गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।










गुरु विषयक भजन, म्हारे गुरु पूरण दातार स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा प्रस्तुत भजन।


श्रीरामकृष्ण भजन, प्रभु फिर इस जग में आये। स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा प्रस्तुत किया गया।




2. स्वामी विवेकानन्द के जीवन की प्रमुख घटनाएं। स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा पाठ किया गया।


1. स्वामी विवेकानन्द के जीवन की प्रमुख घटनाएं। स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा पाठ किया गया है।


२. मां सारद देवी की संक्षिप्त जीवनी स्वामी अरूपानन्द। स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा पाठ किया गया है।


मां सारद देवी की संक्षिप्त जीवनी। स्वामी अरूपानन्द। स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा पाठ किया गया है।


श्रीमद् शंकराचार्य विरचित भवान्यष्टकम् Chanted by Swami Siddhipradananda


विल्वाष्टकम् (भगवान शिव पर विल्व अर्पण करने का मंत्र) स्वामी सिद्धिप्रदानन्द महाराज द्वारा पाठ किया गया है।




द्वादशस्त्रोत्र, स्वामी सिद्धिप्रदानन्द महाराज द्वारा पाठ किया गया है।