हास्य का महत्व
FEB 22, 2022
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‘हास्य’ साहित्य के नौ रसों में से एक रस है। हास्य रस निरन्तर प्रचलित और लोकप्रिय होता जा रहा है। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि समाज में चर्चित और ज्वलंत समस्याओं और घटनाओं पर व्यंग्य करके अच्छा साहित्य लिखा जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं, व्यंग्य साहित्य की सर्वश्रेष्ठ विधाओं में गिना जाता है। और व्यंग्य से हास्य उत्पन्न होता है अर्थात हास्य रस। इसलिए अच्छे और अनुभवी साहित्यकार भी हास्य व्यंग्य को बढ़ावा देते हैं।और ऐसी ही अनेक बातें.. जानने के लिए सुनते रहिए.. दिल की बातें….टाटा..Bby ..take care.. See you..Save trees🌲🌳🌴Save life..Stay tune.. Stay Safe.. 👍
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